
नवयुग टाइम्स, प्रतिनिधि।
आबू रोड। ब्रह्माकुमारीज के कर्नाटक सेवाकेंद्र द्वारा भारत के प्राचीनतम गीता शास्त्र के आधार पर एक नवीनतम पुस्तक भगवद गीता का भगवान के नाम से बनायी गई है। इस पुस्तक में गीता के महावाक्यों को सरल भाषा में आम लोगों के लिए उपलब्ध कराया गया है। यह पुस्तक मुख्य रूप से कन्नड़ भाषा में बनाई गई है, जिसे बाद में हिन्दी में रूपांतरण किया जायेगा। इस नवीनतम पुस्तक का विमोचन संस्था की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका दादी रतनमोहिनी के द्वारा किया गया। इस अवसर पर संस्था के वरिष्ठ भाई-बहनों के साथ-साथ भारी संख्या में जन समुदाय और साधु-महात्मा उपस्थित थे।