हाईलाइट्स:
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योगमयी तपस्या की प्रतिमूर्ति रहीं दादी रतनमोहिनी : कैबिनेट मंत्री खराड़ी का भावपूर्ण संबोधन
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दादी के पदचिन्हों पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी: वरिष्ठ ब्रह्माकुमारी बहनों ने सुनाए संस्मरण
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हर दिल में बसने वाली सरलता और सेवा भावना की प्रतिमूर्ति थीं दादी रतनमोहिनी
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दादी का तपस्वी जीवन, एक–एक संकल्प बना मानवता के लिए प्रेरणा
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अफ्रीका से नेपाल तक फैली दादी की योगमयी सेवाओं की गूंज
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श्रद्धा के पुष्पों संग सुनाए गए दादी के अमूल्य संस्मरण
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दादी के आदर्शों पर चलना ही उनका सच्चा सम्मान और अनुसरण होगा
📍 शांतिवन, राजस्थान | नवयुग टाइम्स | 24 अप्रैल 2025
ब्रह्माकुमारीज़ की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी जी के तेरहवें दिवस पर शांतिवन स्थित डायमंड हॉल में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राजस्थान सरकार के जनजातीय क्षेत्रीय विकास एवं गृह रक्षा विभाग के कैबिनेट मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी ने गहन भावनाओं के साथ दादी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

उन्होंने कहा, “दादी का संपूर्ण जीवन सेवा, तपस्या और योग से परिपूर्ण था। उन्होंने करोड़ों लोगों के जीवन में आशा और प्रकाश का संचार किया। उनकी शिक्षाएं और जीवनशैली हम सभी के लिए चिरस्थायी प्रेरणा का स्रोत रहेंगी।” सभा में बड़ी संख्या में वरिष्ठ ब्रह्माकुमारी पदाधिकारी, भाई-बहनें और श्रद्धालु उपस्थित रहे। सभी ने दादी जी के स्मृति स्तंभ पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन् किया।
✨ अनुभवों की अमूल्य झलकियाँ:
- बीके जयंती दीदी (अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका) ने बताया कि 1972-73 में दादी जी अफ्रीका के कठिन परिवेश में भी सेवाओं में जुटी रहीं। छोटे-से कमरे में रहकर उन्होंने अनेक जीवनों को राजयोग के मार्ग पर अग्रसर किया।

- बीके मुन्नी दीदी (अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका) ने कहा, “दादी का सान्निध्य और मार्गदर्शन हम सभी के लिए सदा प्रेरणास्रोत रहेगा।”

- बीके डॉ. मृत्युंजय भाई (अतिरिक्त महासचिव) ने कहा, “दादी इस ईश्वरीय संस्था की आधारशिला थीं, जिन्होंने स्थापना काल से लेकर जीवन के अंतिम क्षण तक सेवाओं को समर्पित किया।”

- बीके सुदेश दीदी (संयुक्त मुख्य प्रशासिका) ने दादी के कर्मयोगी जीवन को याद करते हुए कहा, “हर कर्म में प्रेरणा, हर संकल्प में शक्ति थी।”

- बीके राज दीदी (नेपाल निदेशिका) ने भावभीने शब्दों में कहा, “दादी का सरल स्वभाव, सहज व्यवहार और उनकी उपस्थिति, हर दिल में बसे हैं। उनके मार्गदर्शन में नेपाल में कई सेवाएं संपन्न हुईं।”

- बीके लीला दीदी ने दादी के साथ बिताए अमूल्य क्षणों को साझा करते हुए कहा, “दादी के आदर्श पदचिन्हों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।”

कार्यक्रम में ग्लोबल हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. प्रताप मिड्ढा, बीके गीता दीदी, डॉ. बनारसी भाई, बीके युगरतन, एवं अन्य अनेक वरिष्ठ भाई-बहन शामिल रहे। बीके युगरतन द्वारा प्रस्तुत गीत ने सभा को भावविभोर कर दिया। मंच संचालन का दायित्व महिला प्रभाग की संयोजिका डॉ. बीके सविता दीदी ने सफलता पूर्वक निभाया।
🔸 दादी जी का जीवन एक अमिट प्रेरणा है – उनकी शिक्षाएं, उनका तप, और उनका प्रेम सदा हम सभी के जीवन में प्रकाश बनकर मार्गदर्शन करता रहेगा। 🔸

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