नवयुग टाइम्स, प्रतिनिधि।
आबू रोड। ब्रह्माकुमारी संस्था के कर्नाटक सेवाकेंद्र द्वारा अलौकिक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस सम्मान समारोह में दादी जानकी, दादी रतनमोहिनी, ईशू दादी, बीके निर्वैर भाई, बीके बृजमोहन भाई, बीके करूणा भाई, बीके मृत्युंजय भाई, बीके भरत भाई, बीके अमीरचंद भाई, बीके भोपाल भाई, बीके मुन्नी दीदी, बीके संतोष दीदी सहित अनेक वरिष्ठ भाई-बहनों का तिलक, चुन्नी, हार, गुलदस्ता व पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। मधुर वाणी ग्रुप के द्वारा बहुत ही सुंदर स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया एवं गुलबर्गा की कुमारियों के द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। सम्मान समारोह के इस अलौकिक दृश्य को देखने के लिए देश-विदेश से हजारों भाई-बहनें डायमण्ड हाॅल में उपस्थित थे।
संस्था के महासचिव बीके निर्वैर भाई ने कहा कि भगवान के कार्य में सहयोगी बनना बहुत बड़े भाग्य की बात है। वे डायमण्ड हाॅल में आयोजित सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि कर्नाटक को सेवा में विशेष कीर्तिमान प्राप्त हुए हैं। जिससे पता चलता है देश के विकास में कर्नाटक का महत्वपूर्ण योगदान है।
नई दुनिया के लिए परमात्मा दे रहे हैं राजयोग की शिक्षा
अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका दादी रतनमोहिनी ने कहा कि शांति और स्नेह की शक्ति से ही विश्व में परिवर्तन होगा। आध्यात्मिक शिक्षा का मूल स्वरूप यही है कि हम स्वयं भी सुखी रहे और दूसरों को भी सुख दें। उन्होंने कहा कि जल्द ही यह सृष्टि परिवर्तन होकर नई दुनिया में बदलने वाली है। नई दुनिया में चलने के लिए परमात्मा हमें राजयोग की शिक्षा दे रहे हैं।
शिवमय है कर्नाटक की धरती
अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन भाई ने बताया कि भारत के भिन्न-भिन्न प्रांतों में भिन्न-भिन्न देवी-देवताओं की पूजा की जाती है लेकिन शिव को सबसे ज्यादा मानने वाले लोग कर्नाटक में हैं। यहां के भाई-बहनों के द्वारा दिया गया प्यार और सम्मान देश की संस्कृति की विरासत है।
महान बनाती है आध्यात्मिक शिक्षा
मल्टी मीडिया के चीफ बीके करूणा भाई ने कहा कि हमारे अंदर बैठे हुए अभिमान और अहंकार को तोड़ने का सबसे सहज साधन है आध्यात्मिक ज्ञान। आध्यात्मिक ज्ञान ही हमें महान बनाता है और हमारे अंदर नम्रता का संचार करता है।
मंच का कुशल संचालन गुलबर्गा सेवाकेंद्र की बीके विजया बहन ने किया। इस अवसर पर केक काटकर सभी का मुख मीठा कराया गया।