हाइलाइट्स :-
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छत्तरपुर में दिव्य अलौकिक समर्पण समारोह का आयोजन
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प्रातःकाल से ही शहनाई और मृदंग की आवाज से गूंज रहा था छतरपुर
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सात वचनों के संकल्प के साथ हुआ सात कन्याओं का समर्पण समारोह
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परमात्मा शिव को वरमाला पहनाकर चुना अपना जीवनसाथी
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सात वचनों की प्रतिज्ञा और मंत्रोच्चार के साथ सम्पन्न हुआ अलौकिक विवाह
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कन्याओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए – अपनी राजदुलारी को किया परमात्मा को समर्पित
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भोपाल जोन की निदेशिका राजयोगिनी अवधेश दीदी के हाथ में हाथ देकर पूरी की कन्यादान की रस्म
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विशिष्ट अतिथि के रूप में महाराजपुर के विधायक, टीकमगढ़ के एडवोकेट रघुवीर चौबे और अलीगढ़ के बीके सत्यप्रकाश भाई रहें उपस्थित
नवयुग टाइम्स, संवादाता, मध्यप्रदेश 01 सितम्बर 2021
छत्तरपुर। छतरपुर प्रातःकाल से ही शहनाई और मृदंग की आवाज से गूंज रहा था। लोग कौतुहाल भरी नजरों से एक-दूसरे को देख रहे थे। अवसर था छतरपुर में दिव्य अलौकिक समर्पण समारोह के आयोजन का। इस दिव्य समारोह को अपनी आंखों में बसाने के लिए शहर के गणमान्य व्यक्तियों के साथ-साथ विधायक तथा अन्य वीआईपीज उपस्थित थे।

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किस्मत वालों के नसीब में होता है परमात्मा को जीवनसाथी बनाना
हर व्यक्ति के जीवन में ऐसा समय जरूर आता है जब उसे अपने जीवनसाथी का चुनाव करना होता है। परमात्मा को अपने जीवनसाथी के रूप में चुनना बहुत ही कम लोगों के नसीब में होता है। जिनके नसीब में ऐसा जीवनसाथी होता है वो न सिर्फ अपना उद्धार करता है बल्कि पूरे समाज का उद्धार कर देता है। ऐसा ही नसीब पाया छत्तरपुर की कुमारियों ने। जब उन्हें जीवनसाथी चुनने का समय आया तो उन्होंने सीधा परमात्मा की ओर देखा और उन्हें सदा के लिए अपना जीवनसाथी बना लिया।

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सफल जीवन के लिए चार बातों का होना आवश्यक – अवधेश
छतरपुर में दिव्य अलौकिक समर्पण समारोह के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भोपाल जोन की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी अवधेश दीदी ने कहा कि सफल जीवन जीने के लिए चार बातों का होना आवश्यक है – पवित्रता, त्याग, तपस्या और सेवा। इन चारों के आधार पर ही हम नए विश्व का निर्माण कर सकते हैं। आने वाली दुनिया पवित्र आत्माओं की दुनिया है इसलिए जीवन में पवित्रता का होना बहुत ही जरूरी है।
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जो मिसाल कायम की है वो प्रशंसनीय है…
महाराजपुर के विधायक नीरज दीक्षित ने परमात्मा को धन्यवाद देते हुए समर्पित कन्याओं को और उनके माता-पिता को नमन करते हुए सम्मान किया और कहा कि अपनी सुख-सुविधाओं का त्याग करना सबसे बड़ा त्याग है। इन्होंने इस उम्र में जो मिसाल कायम की है वो प्रशंसनीय है।
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कन्याओं के अनुभवों ने किया संकल्पित…
समर्पित होने वाली कन्याओं ने जब अपने जीवन के अनुभव लोगों के साथ साझा किए तो एक पल तो लोगों को विश्वास ही नहीं हुआ कि भगवान इस तरह से भी हमारी जीवन की डोर थाम सकता है। इन कन्याओं के जीवन के अनुभवों को सुनकर लोगों को परमात्मा के ऊपर दृढ़ निश्चय हुआ और उन्होंने मन ही मन परमात्मा के कार्य में सहयोगी बनने का संकल्प लिया।

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आशीर्वचन के साथ अलौकिक विवाह सम्पन्न कराया…
छतरपुर सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी शैलेजा दीदी ने सात वचनों की प्रतिज्ञा कराई वहीं पंडित प्रेम नारायण त्रिपाठी के द्वारा मंत्रोच्चार का वाचन कर अलौकिक विवाह सम्पन्न कराया गया। आगरा, टीकमगढ़, सागर, सतना और अलीगढ़ की बहनों ने अशीर्वचन दिया।
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हाथ में हाथ देकर पूरी की कन्यादान की रस्म …
माता-पिता एवं सगे-सम्बन्धियों ने कन्याओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए अपनी राजदुलारी को परमात्मा को समर्पित किया। राजयोगिनी अवधेश दीदी के हाथ में हाथ देकर कन्यादान की रस्म पूरी की। कार्यक्रम का कुशल संचालन बीके कल्पना बहन ने किया वहीं सभी का आभार प्रगट बीके शैलेजा दीदी ने किया। कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों को ईश्वरीय उपहार भेंटकर सम्मानित किया गया।

