
हाइलाइट्सः-
-
आओ हम सब मिलकर नव वर्ष में देश की संस्कृति को दे एक नया रूप
-
संदेश / नव वर्ष पर हमारी संस्कृति यही संदेश देती है – नव वर्ष हमें पश्चिमी सभ्यता के अनुसार नहीं बल्कि अपनी दैवी संस्कृति के अनुसार मनाना चाहिए
-
भारतीय संस्कृति में निहित है सर्व के कल्याण की भावना
-
सबके मंगल स्वास्थ्य की कामना के साथ बह्माकुमारी संस्था में मनाया गया नूतन वर्ष

नवयुग टाइम्स, संवादाता, आबू रोड। 31-12-2021
आबू रोड। एक ओर दुनिया जहां नव वर्ष को डांस आदि करके सेलीब्रेट कर रहें हैं वहीं ब्रह्माकुमारी संस्था में इन सबसे हटकर दीप प्रज्ज्वलित कर नव वर्ष का आगाज किया गया। इस अवसर पर लोगों ने परमात्मा का ध्यान किया और नव वर्ष में देश की उन्नति और सबके मंगल स्वास्थ्य की कामना की। हमारी यह संस्कृति हमें वसुद्यैव कुटूम्बकम का संदेश देती है। इसलिए हम सभी को पश्चिमी सभ्यता की संस्कृति से हटकर नया वर्ष हमें अपनी दैवी संस्कृति के अनुसार ही मनाना चाहिए। क्योंकि इसमें सर्व के कल्याण की भावना समायी हुई है।
-
नव वर्ष की शुभकामना दीप प्रज्ज्वलित कर व मुख मीठा कराकर दी…
नव वर्ष के अवसर पर ब्रह्माकुमारी संस्था की मुख्य प्रशासिका दादी रतनमोहिनी, संस्था के महासचिव ब्रह्माकुमार निर्वैर भाई, संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका मुन्नी दीदी सहित अनेक वरिष्ठ भाई-बहनों ने नववर्ष की शुभकामना दीप प्रज्ज्वलित कर व केक से मुख मीठा कराकर दी।



-
सबकी आशाएं पूर्ण करने वाले बनो…

इस अवसर पर शांतिवन के डायमण्ड हॉल में आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संस्था की मुख्य प्रशासिका दादी रतनमोहिनी ने कहा कि नववर्ष में परमात्मा का संदेश देकर सबको गोल्डन गिफ्ट दो। सबकी आशाएं पूर्ण करने वाले बनो और सबको शुभकामना दो।
-
यह दिन वर्ष में एक बार आता है…

संस्था के महासचिव ब्रह्माकुमार निर्वैर भाई ने नव वर्ष की कोटि-कोटि बधाई देते हुए कहा कि ये दिन वर्ष में एक ही बार आता है। जब हम न्यू ईयर मनाते हैं। इस दिन केक भी काटते हैं, मोमबती भी जलाते हैं। अपने मनोबल को ऊंचा बनाए रखने के लिए हम परमात्मा के महावाक्यों को भी सुनते हैं।
-
हमारी यही शुभकामना है…

संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी मुन्नी दीदी नव वर्ष की मुबारक देते हुए कहा कि हमारी यही शुभकामना है कि आप स्वस्थ रहो, सदा खुश रहो और नया वर्ष हम सबके लिए शुभ हो।
-
हम परमात्मा के बच्चों के लिए पूरा संगमयुग ही नया वर्ष है

संस्था के अतिरिक्त महासचिव ब्रह्माकुमार बृजमोहन भाई ने नव वर्ष की शुभकामना देते हुए कहा कि दुनिया वाले तो एक बार नया वर्ष मनाते हैं लेकिन हम परमात्मा के बच्चों के लिए पूरा संगमयुग ही नया वर्ष है। हर दिन अपने अंदर नवीनता लाते रहो तो सारा दिन ही नया वर्ष अनुभव होगा।