हाईलाइट्स –
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सुरक्षा प्रभाग के अखिल भारतीय सम्मेलन में देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का सुनाया गया महत्वपूर्ण संदेश
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विडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा संस्था के महासचिव ने किया सम्बोधित
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दीप प्रज्ज्वलित कर लेफ्टिनेंट जनरल ने किया सम्मेलन का उद्घाटन
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लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा – आध्यात्मिक शक्तियां हमें पहले से ज्यादा सशक्त बनाती है
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राजयोग मेडिटेशन स्वयं पर नियंत्रण करने का सशक्त माध्यम है
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सम्मेलन को सीआरपीएफ के आईजी धनेश राणा ने किया संबोधित
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यहां दी जा रही शिक्षाओं को अपनाने से जीवन सुखी बन जाता है – डॉ.निर्मला
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आध्यात्मिकता भक्ति नहीं, विज्ञान है – शुक्ला दीदी
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मुम्बई की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके दीपा बहन ने राजयोग मेडिटेशन द्वारा गहन शांति की अनुभूति कराई

नवयुग टाइम्स, संवादाता, राजस्थान 23-06-20 रपट: बीके गिरिश भाई, ज्ञानसरोवर
माउण्ट आबू, ज्ञानसरोवर। ब्रह्माकुमारी संस्था के सुरक्षा प्रभाग द्वारा ज्ञानसरोवर परिसर में `स्व-सशक्तिकरण द्वारा प्रेरणादायक नेतृत्व’ विषय पर चार दिवसीय अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसे पूरे देश से 500 से अधिक सुरक्षा से जुड़े प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया। सबने यही माना कि राजयोग मेडिटेशन स्वयं पर नियंत्रण करने का सबसे सशक्त माध्यम है। इसके द्वारा हम अपनी आंतरिक शक्तियों का विकास कर अनेक चुनौतियों पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।

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यही शिक्षाएं जीवन को सशक्त बनाती है…
दीप प्रज्ज्वलित कर सेमिनार का शुभारंभ करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने कहा आज हमारे पास देश की विरासत से जुड़े आध्यात्मिक शिक्षाओं को आत्मसात करने का अवसर है। सबको साथ लाने का, सबको निःस्वार्थ सेवा से जोड़ने का और उनको सिखाने का कि किस तरह से अच्छे कर्म किए जाएं।

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स्व की अनुभूति से होता है विश्व का कल्याण
आगे उन्होंने कहा जब हम अपने आपको कंट्रोल करते हैं तो हम सबकुछ प्राप्त कर सकते हैं। इस संस्था में हर कोई गिवर है हम तो यहां लेने आए हैं। शब्दों से अगर ऊपर उठकर हम देखें तो यहां हर किसी के अंदर देने की भावना है। इस तरह की भावना सबके अंदर आ जाए तो यह एक सुंदर विश्व बन जाएगा। आगे उन्होंने कहा यहां के सभी शोधार्थियों ने पहले स्व-अनुभूति करके अपना कलयाण किया और अब विश्व कल्याण के लिए सेवारत हो गए। यही शिक्षाएं अपनाकर हम अपना जीवन सफल कर सकते हैं। आध्यात्मिक शक्तियां हमें कमजोर नहीं बल्कि सशक्त बनाती है।
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पहले से अधिक सक्षम बन जाते हैं…
सीआरपीएफ के आईजी धनेश राणा ने कहा आध्यात्मिक शक्तियों को साथ में लेकर हम अपनी कमजोरियों को तो दूर करते ही हैं साथ ही साथ इससे हम अपनी व देश की सुरक्षा करने में पहले से अधिक सक्षम बन जाते हैं।
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आध्यात्मिक शिक्षाओं को अपनाने से जीवन सुखी बन जाता है…

ज्ञानसरोवर परिसर की डायरेक्टर व संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका डॉ.निर्मला दीदी अपने संबोधन में कहा कि आप यहां से एमपॉवर होकर दुनिया को लीड कर पाएंगे। आध्यात्मिकता द्वारा जो रूहानियत आती है उससे सभी को प्यार की अनुभूति होती है। यहां दी जा रही शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाने से जीवन सुखी बन जाता है।
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आध्यात्मिकता भक्ति नहीं, विज्ञान है…

सुरक्षा प्रभाग की वाइस चेयरपर्सन राजयोगिनी शुक्ला दीदी ने कहा आध्यात्मिकता को अपनाना भक्ति नहीं बल्कि विज्ञान है। यह एक प्रयोग है जिसे साधकर हम अपना जीवन सशक्त बनाते हैं।

मुम्बई से पधारी वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके दीपा बहन ने अपनी ओजस्वी वाणी द्वारा सभी को स्व की अनुभूति कराई इसके पश्चात उन्होंने राजयोग मेडिटेशन द्वारा गहन शांति की अनुभूति कराई।
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इन्होंने भी किया सम्बोधित…
इस सेमिनार को भारतीय नौसेना के वाइस एडमिरल एस.एन.घोरमडे, सुरक्षा सेवा प्रभाग के चेयरपर्सन बीके अशोक गाबा, नई दिल्ली से पधारे डीआरडीओ के कैप्टन शिव सिंह ने भी सम्बोधित किया और अपनी शुभकामनाएं दी। मंच का कुशल संचालन सेवानिवृत कर्नल बीसी.सती ने किया। इससे पूर्व सभी अतिथियों का स्वागत तिलक, बैज व गुलदस्ते भेंटकर किया गया।
