आपकी ईमानदारी से समाज को मिलेगी शक्ति – सामाजिक न्याय तथा सशक्तिकरण मंत्री

नवयुग टाइम्स, संवादाता, राजस्थान 31-08-24

  • मेडिकल प्रभाग द्वारा 50वें अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन

माउण्ट आबू, राजस्थान। ब्रह्माकुमारी संस्था के ज्ञानसरोवर परिसर में माइंड बॉडी मेडिसिन विषय पर मेडिकल प्रभाग द्वारा डॉक्टरों के लिए एक अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में पूरे देश के डॉक्टरों ने हिस्सा लिया और अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की।  सम्मेलन का उद्घाटन भारत सरकार के सामाजिक न्याय तथा सशक्तिकरण मंत्री डॉक्टर वीरेंद्र कुमार, ज्ञानसरोवर की डायरेक्टर राजयोगिनी प्रभा दीदी, अंतरराष्ट्रीय मोटिवेशनल वक्ता बीके शिवानी बहन, संस्था के कार्यकारी सचिव बीके मृत्यंजय भाई, डॉ.अशोक मेहता, नई दिल्ली जीबी पंत हॉस्पीटल के कार्डियोलॉजी प्रोफसर डॉ.मोहित गुप्ता, एआईआईएमएस जोधपुर के डायरेक्टर जी.डी.पूरी, चिकित्सा विश्वविद्यालय की प्रो.कुलपति डॉक्टर भाग्यश्री पाटिल, मेडिकल प्रभाग के जनरल सेक्रेटरी डॉ.बनारसीलाल शाह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

  • चिकित्सकों को समाज कल्याण के लिए आगे आना चाहिए…

मेडिकल प्रभाग द्वारा आयोजित 50वें अखिल भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत सरकार के सामाजिक न्याय तथा सशक्तिकरण मंत्री डॉक्टर वीरेंद्र कुमार ने कहा कि इस संस्था के द्वारा ईश्वरीय मूल्यों का जो प्रतिरोपण किया जा रहा है वह बहुत ही सराहनीय है। उन्होंने सभी चिकित्सकों का आह्वान करते हुए कहा कि अपनी जीवन में मूल्यों से भरकर समाज का कल्याण करने के लिए आगे आना चाहिए। कई बार यह देखा गया है कि ईमानदारी के अभाव में डॉक्टर अपनी भूमिका का सही-सही निर्वाह नहीं कर पाते हैं।

आगे उन्होंने कहा कि राजयोग मेडिटेशन के अभ्यास द्वारा अपने मन में पवित्रता, शांति, प्रेम, दया, करूणा आदि का भाव विकसित करके समाज के हर वर्ग के लोगों को लाभ दें। सरकार भी इसी दिशा में कार्य करती है मगर सामाजिक संगठनों और चिकित्सकों को भी सामूहिक रूप से देश के कल्याण के लिए अपनी प्रभावशाली ईमानदार भूमिका का निर्वहन करना चाहिए।

  • मन की एक ही दवा – राजयोग मेडिटेशन…

देशभर से आए हुए डॉक्टरों को सम्बोधित करते हुए ज्ञानसरोवर की डायरेक्टर राजयोगिनी प्रभा दीदी ने कहा कि परमात्मा ने आप सभी को डबल डॉक्टर बनाया है। शरीर के रोगों को समाप्त करने में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। राजयोग मेडिटेशन के निरंतर अभ्यास द्वारा आप शरीर के साथ-साथ मन के रोगों को भी ठीक कर पाएंगे। मन के सभी बीमारी की एक ही दवा है और वह राजयोग मेडिटेशन। इसके अभ्यास से आत्मा मानसिक रूप से सशक्त बन जाती है।

  • समाज में आशा की किरण बनिए…

संस्था के कार्यकारी सचिव राजयोगी मृत्यंजय भाई ने कहा कि डॉक्टर अपने जीवन को सकारात्मक मूल्यों से भर लें तो वे समाज के लिए बहुत उपयोगी बन जाएंगे। इसलिए डॉक्टर को ईश्वर के समान माना गया है। हम अपने अंदर की कमजोरी को मेडिटेशन के द्वारा दूर कर समाज में आशा की किरण बनिए।

  • देवत्व की ओर ले जा रही है…

मेडिकल प्रभाग के चेयरपर्सन डॉ.अशोक मेहता ने प्रभाग द्वारा की जा रही सेवाओं की जानकारी देते हुए बताया कि संस्था का मेडिकल प्रभाग आध्यात्मिकता के आधार पर मानवता की सेवा कर उनको देवत्व की ओर ले जा रही है। लोगों के मन में छिपी हुई बुराईयों को मेडिटेशन के द्वारा दूर किया जाता है।

  • दृढ़ता की शक्ति से बनाना होगा…

अध्यात्म की प्रखर वक्ता बीके शिवानी बहन ने डॉक्टरों को सम्बोधित करते हुए कहा कि शांति, पवित्रता और आनंद की अनुभूति करने के लिए आपको दृढ़ता की शक्ति का प्रयोग कर अपने मन को सशक्त बनाना होगा।

  • अखिल भारतीय सम्मेलन को इन्होंने भी किया सम्बोधित…

संस्था के मेडिकल प्रभाग द्वारा आयोजित अखिल भारतीय सम्मेलन में देशभर से 400 डॉक्टरों ने भाग लिया और तन के साथ मन को ठीक करने के लिए राजयोग मेडिटेशन की बारीकियों को सीखा। इस सम्मेलन को नई दिल्ली जी.बी.पंत हॉस्पीटल के कार्डियोलॉजी प्रोफेसर डॉक्टर मोहित गुप्ता, मेडिकल प्रभाग के वाइस प्रेसिडेंट व ग्लोबल हॉस्पीटल के डायरेक्टर डॉ.प्रताप मिढ्ढा, एआईआईएमएस जोधपुर के डायरेक्टर जी.डी.पूरी, चिकित्सा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.भाग्यश्री पाटिल, मेडिकल प्रभाग के सेक्रेटरी जनरल डॉ.बनारसीलाल शाह ने भी सम्बोधित किया और सम्मेलन के प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की तथा मंच का कुशल संचालन नई दिल्ली की बीके मोनिका गुप्ता ने किया। सभी अतिथियों का स्वागत तिलक, पुष्पगुच्छ व परमात्मा का स्मृति चिन्ह भेंटकर किया गया।

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