सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देते हुए खिमलासा सेवाकेंद्र की कुमारी।

खिमलासा सेवाकेंद्र का मनाया गया स्थापना दिवस

  • हाईलाइटस:-

  • सरकार द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन का पालन करने की दी प्रेरणा

  • स्वास्थ्य सम्बन्धित नियमों का पालन करके हम परिवार व समाज को सुरक्षित रख सकते हैं

  • निःस्वार्थ भाव से की गई सेवा हमारे पुण्य को बढ़ाती है

  • ईश्वरीय विश्व विद्यालय की परम्परा का किया निर्वाहन

  • राजयोग के अभ्यास द्वारा कराई शांति की अनुभूति

  • सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों ने किया आत्मविभोर

  • मेडिटेशन के अभ्यास से बढ़ता है आत्मविश्वास

ईश्वरीय विश्व विद्यालय की परम्पराओं का निर्वहन करते हुए सभी अतिथियों का किया गया स्वागत।

नवयुग टाइम्स, प्रतिनिधि, बीना, म.प्र.
पुष्पेन्द्र साहू, पत्रकार, ब्रह्माकुमारीज
खिमलासा, बीना। कोरोना वैश्विक महामारी के दौरान सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए ब्रह्माकुमारी संस्था के खिमलासा सेवाकेंद्र का स्थापना दिवस मनाया गया। ब्रह्माकुमारी संस्था विगत कई वर्षों से मानव में नैतिक व चारित्रिक मूल्यों के विकास के लिए कार्य कर ही है। जिससे प्रेरणा लेकर अनेकों ने अपने जीवन को मूल्यों से संवारा है। इस अवसर पर आयोजिक कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन करते हुए बीना सेवाकेंद्र की प्रभारी ब्रह्माकुमारी सरोज दीदी ने कहा कि इस महामारी के दौरान सरकार द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन का हमें पालन करना है जिससे कि हमारा समाज और परिवार सुरक्षित रह सके। इसके साथ ही हमें स्वास्थ्य संबंधी नियमों का भी पालन करना है। आगे उन्होंने कहा कि राजयोग मेडिटेशन हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। यह हमें मानसिक रूप से सशक्त बनाता है और हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाता है।

  • अगले कई जन्मों के लिए हो जाता है जमा…

खुरई सेवाकेंद्र की प्रभारी ब्रह्माकुमारी किरण दीदी ने सेवा के महत्व को बताते हुए कहा कि निःस्वार्थ रूप से की गई सेवा हमारे पुण्य को बढ़ाती है। जिसका फल हमें इस जन्म में तो मिलता ही है साथ ही अगले कई जन्मों के लिए जमा भी हो जाता है। इसलिए शास्त्रों में गुप्त दान का महत्व बताया गया है। हमारी कोई भी सेवा दिखावे के लिए नहीं होनी चाहिए। नाम, मान, शान की इच्छा से की गई सेवा हमारे पुण्य के खाते को घटाती है। जिसका हमें पता ही नहीं चलता है।

  • शांति एक-दो पल की नहीं…

खिमलासा सेवाकेंद्र की प्रभारी ब्रह्माकुमारी जानकी दीदी ने राजयोग के अभ्यास द्वारा गहन शांति की अनुभूति कराई और कहा कि शांति एक-दो पल की नहीं होनी चाहिए बल्कि हमारा जीवन ही शांति से भरपूर होना चाहिए। इसके लिए जरूरी है कि हम सुबह उठते के साथ परमात्मा को याद करें और अपने मन को शांति की शक्ति से भरपूर कर लें।

केक कटिंग कर व दीप प्रज्ज्वलित कर मनाया सेवाकेंद्र का स्थापना दिवस।
  • जिससे हमारा श्रेष्ठ भाग्य बन सके

पठारी सेवाकेंद्र की प्रभारी ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी ने सभी को यह संकल्प कराया कि हम अपने दिनचर्या में से कुछ समय निकालकर ईश्वरीय सेवाओं में सहभागी बनेंगे। जिससे हमारा श्रेष्ठ भाग्य बन सकें।

  • झंडावंदन के साथ सभी अतिथियों का किया सम्मान

यह ईश्वरीय विश्व विद्यालय की गौरवशाली परम्परा है कि यहां आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत तिलक लगाकर, माला पहनाकर, गुलदस्ता भेंटकर किया जाता है। इसके साथ ही उन्हें शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया जाता है। इसी परम्परा का स्वरूप खिमलासा सेवाकेंद्र के स्थापना दिवस के अवसर पर देखने को मिला। इस अवसर पर शिवध्वजारोहण किया गया और दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

  • सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने किया आत्मविभोर…

सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देते हुए खिमलासा सेवाकेंद्र की कुमारी।

वार्षिकोत्सव के दौरान आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में बाल कलाकारों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों ने सबका मन मोह लिया। वार्षिकोत्सव के दौरान संस्थान से जुड़ी कुमारी बालिकाओं ने आध्यात्मिक गीतों पर एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। कु. महक ठाकुर, कु. विभा, कु. सविता, कु. याशिका, कु. जान्हवी, कु. श्रुति ने ले लो ले लो शिव बाबा से वरदान ओ मीठी प्यारी आत्माओं…, रब मिलया, मुझ को रब मिलया…., मेरा बाबा आ गया प्यारा बाबा आ गया…., मेरे सद्गुरु प्यारे दा, दरबार बड़ा सोणा है…. गीतों पर डांस की जोरदार प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया।

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