हाइलाइट्स :-
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पर्यावरण दिवस के अवसर पर ब्रह्माकुमारी संस्था के देश-विदेश के अनेक सेवाकेंद्रों द्वारा किया गया ऑनलाइन बेबीनार का आयोजन
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कोरोना ने बदला कार्यक्रम को मनाए जाने का स्वरूप
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पर्यावरण दिवस के अवसर पर पटना सबजोन की तरफ से ‘अपने मन को बदलकर पर्यावरण को बदले’ विषय पर ऑनलाइन बेबीनार का आयोजन
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ऑनलाइन बेबीनार को नामचीन हस्तियों ने किया सम्बोधित
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मन के शुद्ध संकल्पों से प्रकृति बनती है स्वच्छ
नवयुग टाइम्स, पटना, बिहार।
पटना, बिहार। वैश्विक महामारी के कारण मानव जीवन में जो बदलाव आया है उसका प्रभाव देश-विदेश में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में भी साफ देखा जा सकता है। इसी कड़ी में पर्यावरण दिवस के अवसर पर ब्रह्माकुमारी संस्था के पटना सबजोन के द्वारा पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जनचेतना लाने के उद्देश्य से ‘अपने मन को बदलकर पर्यावरण को बदलें’ विषय पर ऑन लाइन बेबीनार का आयोजन किया गया। जिसमें नामचीन वक्ताओं ने अपने अनुभवों से लोगों को लाभान्वित किया और ज्यादा से ज्यादा पेड-पौधे लगाने की प्रेरणा दी। सभी वक्ताओं का मानना था कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति संस्था द्वारा किया जा रहा कार्य सराहनीय है।
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हम पौधे लगाने की बात तो करते हैं…
इस ऑनलाइन बेबीनार को सम्बोधित करते हुए राजयोग शिक्षिका बीके पूनम बहन ने कहा कि हम पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए पौधे लगाने की बात तो करते हैं लेकिन हम यह भूल जाते हैं कि हम अपने मन में शुद्ध व पवित्र संकल्प लाकर भी प्रकृति को स्वच्छ बना सकते हैं। वहीं यूनीसेफ की संचार विशेषज्ञ सुश्री निपुण गुप्ता ने कहा कि यदि हम प्रकृतिक साधनों का पुनः उपयोग करने और रिस्टोर करने का लक्ष्य बना लें तो हम वायुमंडल को प्रदूषित होने से बचा सकते हैं।
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प्रकृति के साथ जल संरक्षण पर भी ध्यान देना चाहिए
लोहिया नगर माउण्ट कारमेल स्कूल की डायरेक्टर मीनू सिंह ने कहा कि प्रकृति हमारी मां है और इसकी रक्षा करना हमारा धर्म है। बिहार सरकार के विन विभाग के पूर्व सचिव शिवशंकर चौधरी ने वायुमंडल को स्वच्छ बनाए रखने के अनेक गुर बताए और कहा कि हमें प्रकृति के साथ ही जल के संरक्षण पर भी ध्यान देना चाहिए।
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मन स्वच्छ होगा तो प्रकृति स्वच्छ बनेगी…
पटना सबजोन की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके संगीता दीदी ने बेबीनार को सम्बोधित करते हुए कहा हमें वायुमंडल को स्वच्छ बनाने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। जिसे हम पीपल, नीम, बरगद आदि के पौधे लगाकर पूरा कर सकते हैं। इसलिए आवश्यक है कि हम अपने आस-पास में ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए और प्रकृति को स्वच्छ बनाने की दिशा में देश को आगे बढ़ाएं। इसके साथ ही हमें अपने मन को भी स्वच्छ बनाना होगा जिससे कि प्रकृति भी स्वच्छ बन सके। इसके लिए आवश्यक है हम प्रतिदिन राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास करे और जीवन में आध्यात्मिकता को अपनाएं। कार्यक्रम के अंत में उन्होंने ऑनलाइन राजयोग मेडिटेशन का गहन अभ्यास कराया।
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इन्होंने भी किया सम्बोधित…
इस ऑनलाइन बेबीनार को नोट्रेम डेम एकेडमी की ज्योतिशा, किलकारी की डायरेक्टर ज्योति परिहार, पशु विज्ञान डिपार्टमेंट के रामेश्वर प्रसाद सहित अनेक वक्ताओं ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन बीके ज्योति बहन ने किया।