हाइलाइट्स :-
-
कोविड – 19 के बाद सुप्रशासन – चुनौतियां एवं संभावनाएं विषय पर कार्यक्रम का आयोजन
-
भोपाल के सहस्त्रबाहु नगर में हुआ प्रशासक प्रभाग द्वारा कार्यक्रम का आयोजन
-
कोरोना काल में संजीवनी का काम किया मानसिक व भावनात्मक सहयोग
-
मूल्यनिष्ठ व्यक्ति ही दे सकता है समाज को नई दिशा
-
मानवीय मूल्यों को पहचानकर उसे जीवन में अपनाने की आवश्यकता
-
प्रशासक प्रभाग के कार्यक्रम में हुई मूल्यों की एक्सरसाइज
-
बीके ख्याति बहन ने जीवन में मूल्यों के महत्व को खेल-खेल में बताया

नवयुग टाइम्स, संवादाता, मध्यप्रदेश
भोपाल, सहस्त्रबाहु नगर । ब्रह्माकुमारी संस्था वैश्विक महामारी के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए आम लोगों को मानसिक व भावनात्मक सहयोग दिया। जो कि कोरोना पीड़ित मरीजों के लिए संजीवनी का काम किया। यह संजीवनी उनके अंदर उमंग-उत्साह व हिम्मत बढ़ाने का कार्य किया। जिससे कोरोना पर विजय प्राप्त करने में मदद मिली। इसके लिए उन्होंने संस्था को धन्यवाद दिया और कहा कि संस्था के भाई-बहनों ने हमारी जो सेवा की है वो कोई अपना भी नहीं कर सकता है।

उक्त उद्गार ओम शांति रिट्रीट सेंटर की डायरेक्टर व ब्रह्माकुमारी संस्था के प्रशासक प्रभाग की राष्ट्रीय अध्यक्षा ब्रह्माकुमारी आशा दीदी ने भोपाल के सहðाबाहु नगर में प्रशासक प्रभाग द्वारा आयोजित ‘कोविड – 19 के बाद सुप्रशासन – चुनौतियां एवं संभावनाएं’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बोल रही थी। आगे उन्होंने कहा कि राजयोग मेडिटेशन के अभ्यास से हमारी मानसिक शक्तियों का विकास होता है।
-
बीके अवधेश दीदी ने कहा…
भोपाल जोन की क्षेत्रीय निदेशिका ब्रह्माकुमारी अवधेश दीदी ने कहा कि पूरे मध्यप्रदेश में सुप्रशासन एवं मूल्यनिष्ठ प्रशासन की स्थापना करना ही हमारा उद्देश्य है। जिससे हम लोगों को इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को जीवन व नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूक कर रहे हैं। मूल्यनिष्ठ व्यक्ति ही समाज को नई दिशा दे सकता है।
-
हमारा उद्देश्य…
कार्यक्रम में राज्य आनंद संस्थान के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अखिलेश अर्गल ने कहा कि हमारा उद्देश्य जीवन को खुशियों से भरना है। जिससे कि हम स्वयं खुश रहकर दूसरों को भी खुशियां बांट सकें। इसके लिए हमें मानवीय मूल्यों को पहचानकर उसे जीवन में अपनाने की आवश्यकता है।

-
सुप्रशासन एक चुनौति…
जियोलॉजीकल सर्वे ऑफ इंडिया के विभागाध्यक्ष हेमराज सूर्यवंशी ने शुभकामना व्यक्त करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी के बाद प्रशासन के तौर-तरीकों में बदलाव आया है। ऐसे में सुप्रशासन एक चुनौति है जो कि प्रशासन में मूल्यों की धारणा कराने में करागर होगा।
-
खेल-खेल में हुई मूल्यों की एक्सरसाइज…
ओम शांति रिट्रीट सेंटर से आयीं हुई ब्रह्माकुमारी ख्याति बहन ने लोगों को खेल-खेल में ही मूल्यों की एक्सरसाइज कराई और उन्हें जीवन में इसके महत्व को समझाया। और कहा कि इसे जीवन में धारण करना भी उतना ही सहज है जितना कि खेलना।

-
जब हम मूल्यों से संपन्न बन जाएंगे…

सेवाकेंद्र प्रभारी डॉक्टरेट बीके रीना बहन ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे देश की यह संस्कृति है कि हम अतिथियों का स्वागत तिलक व गुलदस्ता भेंटकर करते हैं। आगे उन्होंने कहा कि अध्यात्म में वो शक्ति समायी हुई है जिसे कि पहचानकर अपने जीवन में लाने की आवश्यकता है। जब हम मूल्यों से संपन्न बन जाएंगे तब हमारा देश स्वतः ही स्वच्छ प्रशासन के आधार पर विश्व गुरू बन जाएगा । कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों को शॉल उढ़ाकर व ईश्वरीय उपहार भेंटकर सम्मानित किया गया।
