Breaking News
दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए आमंत्रित अतिथि।

व्यवसाय में सफलता के लिए सहनशीलता व धैर्यता आवश्यक – गीता

हाइलाइट्स:-

  • आमंत्रित अतिथियों का स्वागत साफा, चुन्नी, गुलदस्ता व तिलक देकर किया गया

  • विनय एकेडमी की दिया जानी ने किया स्वागत नृत्य

  • व्यापारियों व उद्योगपतियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया कार्यक्रम का उद्घाटन

  • राजयोगिनी गीता दीदी को समर्पित जीवन के 50 वर्ष पूर्ण होने पर दी बधाई

  • राजयोगिनी गीता दीदी व बीके अरूणा दीदी द्वारा आमंत्रित अतिथियों को ईश्वरीय उपहार भेंटकर किया गया सम्मानित

दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए आमंत्रित अतिथि।

नवयुग टाइम्स, संवादाता, गुजरात 20-11-21
वड़ोदरा, अटलादरा। वड़ोदरा के अटलादरा सेवाकेंद्र द्वारा शहर के व्यापारियों व उद्योगपतियों के लिए आध्यात्मिकता के साथ जीवन और व्यापार विषय पर सेवाकेंद्र के सभागार में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार को मुख्य वक्ता के तौर पर सम्बोधित करते हुए ब्रह्माकुमारी संस्था की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी गीता दीदी ने व्यवसाय में आने वाली चुनौतियों को हम अवसर में कैसे बदले विषय पर बोलते हुए कहा व्यापार करने के लिए हिम्मत, साहस, धैर्य के साथ-साथ बहुत ही सूझ-बुझ की आवश्यकता होती है। क्योंकि व्यवसाय में समय प्रति समय अनेक चुनौतियां आती रहती है। एक व्यापारी के लिए एक तरफ परिवार भी है तो दूसरी तरफ व्यापार भी है। दोनों को संभालने के लिए आध्यात्मिकता की आवश्यकता होती है।

सेमिनार को सम्बोधित करते हुए राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी गीता दीदी।
  • स्वयं को अपडेट करना होगा…

आगे उन्होंने कहा कि हम सृष्टि के अंत में पहुंच गए हैं जिसे हम कलियुग कहते हैं। जहां भौतिक विज्ञान तो है लेकिन अंदर अंधकार है तो जीवन सहज कैसे होगा। जीवन में आने वाली चुनौतियों से हमें घबराना नहीं है। हमें शांति व धैर्य से इन चुनौतियों का सामना करना है। आधुनिक टेक्नोलॉजी के कारण हर क्षेत्र में तीव्र गति से परिवर्तन हो रहा है, तो हमें भी अपने आपको अपडेट करने की आवश्यकता है। यदि हमें अपने परिवार में सुख-शांति व समृद्धि लानी है तो हमें सहनशीलता और एडजस्टमेंट के गुण को विकसित करना होगा।

  • स्वयं के अंदर विकसित करें…

उन्होंने राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास कराते हुए कहा कि हम देखते हैं कि एक ही परिस्थिति में दो व्यक्ति के अलग-अलग निर्णय हो जाते हैं। हम जो देते हैं वही हमें प्रकृति वापिस करती है। तो क्यों न हम लोगों को सुख दे और सभी को शुभकामना, सहयोग दें। इसके लिए जरूरत है स्वयं को इम्पावर करने की। आगे उन्होंने कहा कि जब हम किसी व्यवसाय का उद्घाटन करते हैं तो दरवाजे पर शुभ लाभ लिखते हैं लेकिन आज हम इस आध्यात्मिकता को भूल गए और लाभ कमाने के लिए अनेक तरीके अपनाने लगे। जिसके कारण मानसिक तनाव बढ़ता जा रहा है। हमारा स्वभाव-संस्कार हमारे व्यापार को प्रभावित करता है। हम सुख, शांति, प्रेम, आनंद, धैर्यता को धन से नहीं खरीद सकते हैं। यह हमारे अंदर का इनर पावर है जिसे हम मेडिटेशन के द्वारा ही स्वयं के अंदर विकसित कर सकते हैं।

सम्मानित अतिथि को ईश्वरीय उपहार भेंटकर सम्मानित करते हुए ब्रह्माकुमारी गीता दीदी व ब्रह्माकुमारी अरूणा दीदी।
  • मेडिटेशन हमारे लिए आवश्यक…

इंडियन मेडिकल एसोशियन के अध्यक्ष डॉक्टर मितेश शाह को ईश्वरीय उपहार भेंटकर सम्मानित करते हुए वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी गीता दीदी और सेवाकेंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी अरूणा दीदी।

इंडियन मेडिकल एसोशियन के अध्यक्ष डॉक्टर मितेश शाह ने कहा कि हम अभी तक दूसरों के लिए ही काम करते आए हैं। अब समय आ गया है कि हम स्वयं के विकास के लिए मेडिटेशन का अभ्यास अवश्य करें। इससे हमारे जीवन में सुख-शांति व समृद्धि आएगी। और हमारे जीवन शैली में भी सकारात्मक बदलाव आएगा।

  • तब हमें समझ में आया…

वड़ोदर भाजपा के अध्यक्ष डॉक्टर विजय शाह ने कहा कि हम सभी के लिए यह बहुत ही अविस्मणीय समय है कि हमें अपनी संस्कृति की ओर वापिस लौटने का समय आ गया है। जब हमने राजयोग का कोर्स किया तो हमें समझ में आया कि हम बहुत लेट हो चुके हैं। हमने यहां से हर कार्य करते हुए खुश रहना और सबसे मुस्कराकर बात करना सीखा है।

  • हमारे जीवन की समस्याओं की बात हो रही है…

शिविंदर चावड़ा को परमात्मा का स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित करते हुए वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी गीता बहन और सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी अरूणा दीदी।

वड़ोदरा पोलीफोम प्राइवेट लिमटेड के चेयरपर्सन शिविंदर चावड़ा ने अपने अनुभव सुनाते हुए कहा कि हमने अचानक ही एक दिन शिवानी बहन का प्रोग्राम देखा तो हमें ऐसा लगा कि यह तो हमारे जीवन से जुड़ी हुई समस्याओं की बात हो रही है। फिर तो मैंने उनके सारे एपिसोड को देखा। और मैं सेंटर पर जाकर राजयोग का कोर्स किया। गुरूनानक ने भी कहा है कि परमात्मा एक है जो कि निराकार ज्योति स्वरूप है। मैंने देखा कि यहां भी यही बताया जा रहा है तब हमारा विश्वास और पक्का हो गया।

  • आंतरिक शक्तियों का विकास होता है…

अटलादरा सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी अरूणा दीदी ने सभी अतिथियों का शब्दों से स्वागत करते हुए कहा कि शांति आत्मा का स्वाभाविक गुण है। राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास हमें तन के साथ-साथ मन से भी सशक्त बनाता है। इससे हमारे अंदर आंतरिक शक्तियों का विकास होता है।

  • संस्था का दिया परिचय…

राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी रिंकी बहन ने संस्था का परिचय देते हुए कहा कि संस्था की मुख्य शिक्षा राजयोग मेडिटेशन का कोर्स है। जिसके द्वारा हम अपने जीवन में सुख-शांति ला सकते हैं।

  • सफल व्यवसायी का गुण है…

संस्था के मुख्यालय माउण्ट आबू से आये बीके राजसिंह भाई ने कहा कि व्यापार के क्षेत्र में चुनौतियां तो आती रहती है इसके लिए हमें बहुत ही शांति व धैर्य बनाए रखना पड़ता है। जो कि एक सफल व्यवसायी का गुण है। इसके लिए हमें राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास आवश्यक हो जाता है।

  • भारतीय संस्कृति के अनुसार हुआ स्वागत…

सेमिनार में आए हुए सभी आमंत्रित अतिथियों का स्वागत सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी अरूणा दीदी द्वारा तिलक, गुलदस्ता, बैज और साफा पहनाकर किया गया। यह हमारी दैवी संस्कृति है कि हम अतिथियों का स्वागत तिलक देकर करते हैं। तिलक देना माना आत्मा को सम्मान देना होता है।

  • इन्होंने भी किया सम्बोधित…

व्यापारियों व उद्योगपतियों के लिए विशेष रूप से आध्यात्मिकता के साथ जीवन और व्यापार विषय पर आयोजित एक दिवसीय सेमिनार को राधिक ज्वेलर्स के ऑनर शशिकांत भाई, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजीत सिंह, वीपीसी के चेयरमैन विपिन भाई पटेल, सेवाकेंद्र की सह-संचालिका ब्रह्माकुमारी पूनम बहन ने भी सम्बोधित किया।

 

स्वागत नृत्य करते हुए विनय एकेडमी की जीया जानी।
अतिथियों का गुलदस्ता भेंटकर स्वागत करते हुए सेवाकेंद्र की सह-संचालिका ब्रह्माकुमारी पूनम बहन।
अतिथियों का गुलदस्ता भेंटकर स्वागत करते हुए सेवाकेंद्र की सह-संचालिका ब्रह्माकुमारी पूनम बहन।

Check Also

स्वस्थ व स्वच्छ समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण: कादमा में विशेष कार्यक्रम का आयोजन

🔊 Listen to this हाईलाइट्स: मानवता की ओर लौटने का मार्ग है आध्यात्मिकता: एसडीएम मनोज …

Navyug Times