हाइलाइट्स :-
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राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर ब्रह्माकुमारी संस्था और ग्राम स्वराज्य मंच द्वारा संयुक्त रूप से मनमोहिनी वन स्थित ग्लोबल ऑडीटोरियम में आयोजित किया गया कार्यक्रम
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स्वामी विवेकानंद सिर्फ एक नाम नहीं बल्कि हमारी आध्यात्मिक संस्कृति के प्रतीक भी हैं
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स्वामी विवेकानंद ने गुरू और शिष्य की जो परंपरा कायम की वह सदियों तक याद रहेगी
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स्वामी विवेकानंद एकांत प्रिय के साथ-साथ मृद भाषी भी थे
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‘मैं कौन हूं’ की खोज ने उन्हें स्वामी परमहंस से मिलवाया
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सभी इम्यूनिटी की जननी है आध्यात्मिकता
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स्वरूपगंज में आदिवासी महिलाओं को दिया जा रहा है प्रशिक्षण
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आदिवासी नृत्यशैली में दिखी राजस्थान की गौरवशाली संस्कृति
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एकल विद्यालय ने आदिवासियों को बनाया सशक्त

नवयुग टाइम्स, संवादाता, राज्स्थान। 12 जनवरी 2022
आबू रोड, राजस्थान। स्वामी विवेकानंद का जन्मदिवस 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। जो कि भारतीय संस्कृति के लिए महान दिवस है। स्वामी विवेकानंद ने शिकागो के धर्म संसद में भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का जो परचम फहराया, वह आज भी हमें अपनी संस्कृति से जुड़कर रहने की प्रेरणा देता है। युवा शक्ति के प्रेरणास्रोत स्वामी विवेकानंद सिर्फ एक नाम नहीं है बल्कि हमारी आध्यात्मिक संस्कृति के प्रतीक भी है। ऐसी महान विभूति का 159 वां जन्मदिवस ब्रह्माकुमारी संस्था के ग्लोबल ऑडीटोरियम में ग्राम स्वराज्य मंच के संयुक्त तत्वाधान में एकल विद्यालय के शिक्षक और विधार्थियों के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सभी मुख्य अतिथियों को राजस्थानी पगड़ी, शॉल व गुलदस्ते भेंटकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ परमात्मा की मधुर स्मृति के गीत और दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

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जिसकी मिसाल आज तक दी जाती है…
ब्रह्माकुमारी संस्था के भीनमाल सेवाकेंद्र की संचालिका और युवा प्रभाग की सदस्या ब्रह्माकुमारी गीता बहन ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे बचपन से ही ध्यान मग्न रहा करते थे। वे एकांत प्रिय और मृदभाषी थे। वे सच्चे गुरू की तलाश में कोलकाता आये जहां वे स्वामी रामकृष्ण परमहंस से मिले। उन्होंने कहा ‘मैं कौन हूं’ इसी रहस्य को जानने के लिए आपके पास आया हूं। उन्होंने गुरू और शिष्य की ऐसी परम्परा कायम की जिसकी मिसाल आज तक दी जाती है। इस तरह से यदि हमें जीवन में ज्ञान प्राप्त करना है तो सबसे पहले अहंकार को छोड़ना होगा।

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तभी हम सफल बन सकते हैं…
आगे उन्होंने कहा कि हमारा चरित्र ही हमारी व्यक्तित्व है। जीवन में हम किसी लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं तो पहले हमें उसका विजन बनाना होगा। जीवन में धैर्य के साथ हमें आगे बढ़ना होगा तभी हम सफल बन सकते हैं।
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सभी इम्यूनिटी की जननी है आध्यात्मिकता
वैज्ञानिक व अभियंता प्रभाग के अध्यक्ष ब्रह्माकुमार मोहन सिंघल भाई ने कहा आध्यात्मिकता सभी इम्यूनिटी की जननी है। यदि हम इसका नियमित रूप से अध्ययन करते हैं तो इससे हमारा नैतिक व चारित्रिक बल बढ़ता है। जो हमारे इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रांग बनाता है।

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एकल विद्यालय ने आदिवासियों को बनाया है सशक्त
ग्राम स्वराज्य मंच के भाग अध्यक्ष जगदीश जी रावल ने कहा – आज हमारी युवा पीढ़ी अनेक प्रकार के व्यसनों के प्रभाव में आती जा रही है। उस युवा पीढ़ी का भविष्य संवारने के लिए स्वामी विवेकानंद से बेहतर और कोई उदाहरण नहीं हो सकता है। हमें उनके जीवन के हर चरित्र को समाज के सामने लाना होगा, तभी हम समाज को सशक्त बना पाएंगे। एकल विद्यालय के विस्तार को बताते हुए उन्होंने कहा कि जिले में 500 से अधिक संगठन एकल अभियान के तहत संचालित हो रहे हैं। जिसमें स्वरूपगंज में आदिवासी महिलाओं को निःशुल्क सिलाई व कढाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कोरोना काल में इनके द्वारा बनाए गए मास्क पूरे जिले में वितरित किए गए।

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आदिवासी नृत्य में दिखी राजस्थान की गौरवशाली संस्कृति की झलक
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर ग्राम स्वराज्य मंच के तहत एकल विद्यालय की छात्राओं द्वारा आदिवासी गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया गया। जो कि आधुनिक नृत्य शैली को पीछे छोड़कर ये आदिवासी कन्याओं ने अपने नृत्य के द्वारा यह बता दिया कि हमारी संस्कृति और नृत्य शैली का कोई जोड़ नहीं है। इनके द्वारा प्रस्तुत किया गया स्वागत नृत्य को देखकर सारा हॉल तालियों से गूंजता रहा। इनके नृत्य शैली में आधुनिकता के साथ-साथ प्राचीनता का भी संगम देखने को मिला। आज भी आदिवासी अंचल में राजस्थान की गौरवशाली संस्कृति देखने को मिलती है।
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राजयोग द्वारा गहन शांति की अनुभूति
राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी कृष्ण बहन ने राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राजयोग के द्वारा गहन शांति की अनुभूति करायी और कहा कि राजयोग के द्वारा हमें जो शांति मिलती है उससे हमारी आत्मा को एक नई ऊर्जा मिलती है। यह ऊर्जा हमें सदा मिलती रहे इसके लिए जरूरी है कि हम अपने दिनचर्या में से कुछ समय निकलकर राजयोग का अभ्यास अवश्य करें।
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ये भी रहें उपस्थित…
राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राजेंद्र बाकलीवाल, भागराम जी, प्रभुराम गरासिया, सच्चिदानंद झा, बीके कोमल, बीके हरीश भाई सहित अनेक अतिथियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और अपने विचार रखें। कार्यक्रम का कुशल संचालन ब्रह्माकुमारी शिवांगी बहन और ग्राम स्वराज्य मंच के प्रभुराम जी लोटाणा ने किया।


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अपने विचार व्यक्त करते हुए ग्राम स्वराज्य मंच के सदस्य