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सभा को सम्बोधित करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर।

गीता का श्लोक पढकर जीवन राष्ट्र को समार्पित कर दिया : मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर

हाईलाइट्स :

  • भारतीय परम्परा एवं संस्कृति के अनुसार हरियाणा के मुख्यमंत्री का ब्रह्माकुमारीज में किया गया स्वागत

  • मुख्यमंत्री ने आध्यात्मिक सशक्तिकरण से सामाजिक परिवर्तन विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन को किया सम्बोधित

  • सम्मेलन में पंजाब, हरियाणा सहित देश के अन्य हिस्सों से आए पांच हजार से अधिक लोगों ने लिया भाग

  • मुख्यमंत्री ने बाबा के कमरे में बैठकर किया राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास

  • मुख्यमंत्री ने कहा –  जीवन जीने की कला सिखाती है गीता शास्त्र

  • हरियाणा के पौने तीन करोड़ जनता को अपना परिवार माना है – मुख्यमंत्री

  • परमात्मा का स्मृति चिन्ह भेंटकर दादी ने मुख्यमंत्री को किया सम्मानित

  • दादी ने आध्यात्मिक जीवन के दिए महत्वपूर्ण सूत्र

  • पीएम पार्क के लिए 21 लाख रुपये दान करने की घोषणा की

  • मुख्यमंत्री ने अव्यक्त लोक जाकर अर्पित किए श्रद्धा सुमन

  • नववर्ष की शुभकामना देकर व राष्ट्रगान के साथ किया सभा को संबोधित

सभा को सम्बोधित करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर।
भारतीय संस्कृति व परंपरानुसार मुख्यमंत्री और सासंद को शांतिवन पहुंचने पर आत्म-स्मृति का तिलक देकर स्वागत करते हुए हरियाणा पानीपत सेवाकेंद्र की डायरेक्टर ब्रह्माकुमारी सरला दीदी।

नवयुग टाइम्स, संवादाता, राजस्थान 02/01/23
आबू रोड, शांतिवन। सिर्फ भौतिक विकास को हम विकास नहीं कहेंगे। इसके साथ-साथ हमें मनुष्य के मानसिक, सामाजिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक विकास पर जोर देना होगा। हमें भौतिक विकास का सुख चाहिए तो आध्यात्मिक विकास जरूरी है। मनुष्य में संस्कार निर्माण कैसे हो, आध्यात्मिक स्तर कैसे ऊंचा उठाया जाए इस पर ध्यान देना होगा। उक्त उद्गार हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ब्रह्माकुमारी संस्था के मुख्यालय शांतिवन के डायमण्ड हॉल में आयोजित आध्यात्मिक सशक्तिकरण से सामाजिक परिवर्तन विषय पर व्यक्त किए। इस दौरान उन्होंने संस्थान के पीएम पार्क के लिए 21 लाख रुपये दान देने की भी घोषणा की।

बाबा के कमरे में राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री।
  • एक से एक दीप जलाते जाएं और आगे बढ़ते जाएं…

आगे उन्होंने कहा कि सभी संत-महात्माओं के एक ही विचार होते हैं कि समाज को सुंदर कैसे बनाया जाए। उनकी भाषा, तरीका अलग-अलग हो सकता है। संत-महात्माओं के विचारों को समाज तक पहुंचाने के लिए हरियाणा सरकार ने योजना बनाई है। इसके तहत सरकारी स्तर पर उनकी जयंतियां मनाते हैं। हमेशा आशावादी बनकर आगे बढऩा है। माना कि अंधेरा घना है पर दीप जलाना कहां मना है। हम एक-एक दीप जलाते जाएं और आगे बढ़ते जाएं।

दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, करनाल के सांसद संजय भाटिया, संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका ब्रह्माकुमारी संतोष दीदी, संस्था के अतिरिक्त महासचिव ब्रह्माकुमार बृजमोहन भाई, पानीपत के ब्रह्माकुमारी सरला दीदी, भरत भूषण भाई तथा अन्य।
  • प्रधानमंत्री ने 2023 को मिलिट इयर घोषित करने यूएनओ में रखा प्रस्ताव…

मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने यूएनओ में भारत की ओर से प्रस्ताव रखा है कि वर्ष 2023 को मिलिट इयर (मोटा अनाज) मनाया जाए। ताकि मोटे अनाज को लोग खाने में ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें। हमने गेहूं और धान का उत्पादन तो बढ़ा लिया लेकिन शरीर में कई व्याधियां आ गईं हैं। हम पुराने परंपरागत तरीके को सोचें तो हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा। प्रधानमंत्रीजी के आह्वान के कारण आज योग को दुनिया मान रही है और हम 21 जून को योग दिवस के रूप में मना रहे हैं।

सभा को सम्बोधित करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री।
  • स्वर्ग और नर्क दोनों यहीं हैं…

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कभी इस सृष्टि की कल्पना की होगी और मनुष्य ने होश संभाला होगा तो समाज में अच्छाई-बुराई दोनों साथ-साथ रहीं होंगी। प्रबुद्धजन, महापुरुषों ने दैवी शक्तियों आगे बढ़ाने की भूमिका निभाई है। श्रेष्ठ जब दैवी शक्तियों की रेखा लंबी हो गई तो समाज सुख का अनुभव करने लगा तो लोगों ने उसे स्वर्ग का नाम दे दिया। जब कभी आसुरी शक्तियां अपनी रेखा लंबी कर लेती हैं तो समाज में पीड़ा, दु:ख बढ़ने लगता है तो उसे नर्क का नाम दे दिया। स्वर्ग और नर्क दोनों यहीं हैं। अंतर बस इतना है कि किस समय कौन सी शक्तियां प्रभावी है और कौन सी रेखा लंबी है।

संस्था की मुख्यप्रशासिका दादी रतनमोहिनी जी से आध्यात्मिक चर्चा करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री।
  • हम जिस स्वर्ग की कल्पना कर रहे हैं वह आने वाला है…

उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान एक लक्ष्य को लेकर आध्यात्मिकता के माध्यम से इस रेखा को लंबा कर रहे हैं। यही वास्तव में हमें आगे चलकर के इसका प्रभाव बढ़ेगा तो समाज सुखी होगा। फिर से हम जिस स्वर्ग की कल्पना कर रहे हैं वह आने वाला है। संगठनों का भी मूल उद्देश्य यही था कि मनुष्य का चरित्र और आध्यात्मिक निर्माण कैसे हो, समाज सुखी कैसे बने।

संस्था की पूर्व मुख्य प्रशासिका दादी गुल्जार जी की स्मृति में बने अव्यक्त लोक जाकर श्रद्धा सुमन के पुष्प अर्पित करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री।
  • गीता का एक श्लोक पढ़कर मैंने अपना जीवन राष्ट्र को कर दिया समर्पित –

मुख्यमंत्री खट्टर ने अपने जीवन का अनुभव सुनाते हुए कहा कि कहीं से मुझे गीता के एक श्लोक कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन अर्थात् कर्म करते चलो, फल की इच्छा मत करो पढऩे को मिल गया। वर्ष 1977 में 45 साल पहले इस एक पंक्ति को पकड़कर मैंने अपना जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित कर दिया। मैंने हरियाणा के पौने तीन करोड़ जनता को अपना परिवार माना है। हमने आध्यात्मिकता के आधार पर कहा है कि वसुधैव कुटुम्बकम्। लेकिन मैंने कर्म के नाते पूरे हरियाणा को अपना परिवार माना है। हम समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं। हरियाणा सरकार ने शिक्षा में गीता के उपदेशों और जीवन जीने की कला की बातों को शामिल किया है, जिसे आज देश ही नहीं दुनिया भी स्वीकार कर रही है।

सभा में उपस्थित हैं देश के कोने-कोने से आए हुए भाई-बहनें।
  • परमात्मा ने हमें जो मौका दिया उसे समाज सेवा में उपयोग करना चाहिए : सांसद

हरियाणा करनाल के सांसद संजय भाटिया ने कहा कि आज ब्रह्माकुमार भाई-बहनें आनंद को छोड़कर, परिवार को छोड़कर मिशन के रूप में समाजसेवा में लगे हुए हैं। राजनीति में अच्छे कार्य करके समाज को ताकत दी जा सकती है। परमात्मा ने हमें जो मौका दिया उसे समाज सेवा में उपयोग करना चाहिए। संस्थान की संयुक्त मुख्य प्रशासिका बीके संतोष दीदी ने कहा कि आध्यात्मिकता में प्योरिटी की ताकत सबसे बड़ी ताकत है। संस्थान के कार्यकारी सचिव डॉ. बीके मृत्युंजय ने कहा कि हरियाणा पूरे विश्व को गीता का ज्ञान देने के निमित्त बना और गीता को विश्व व्यापक बनाया। इस दौरान संस्थान के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन ने कहा कि हरियाणा खेल के लिए प्रसिद्ध है। इसे प्रोत्साहित करने के लिए सरकार का बहुत योगदान है। पानीपत के डायरेक्टर बीके भारत भूषण भाई ने स्वागत भाषण दिया। मंच का कुशल संचालन पानीपत से पधारीं वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके शिवानी बहन ने किया। सभी अतिथियों का आभार बीके मेहरचंद भाई ने किया।

सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए हरियाणा करनाल के सांसद संजय भाटिया।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका ब्रह्माकुमारी संतोष दीदी।
सम्मेलन में अपने विचार रखते हुए संस्था के अतिरिक्त महासचिव ब्रह्माकुमार बृजमोहन भाई।
सभी अथितियों का शब्दों से स्वागत करते हुए संस्था के कार्यकारी सचिव ब्रह्माकुमार मृत्यंजय भाई।
सभी अतिथियों का आभार प्रगट करते हुए हरियाणा के ब्रह्माकुमार मेहरचंद भाई।
  • दादी ने किया मुख्यमंत्री का सम्मान-

कार्यक्रम के पश्चात संस्थान की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतनमोहिनी ने मुख्यमंत्री को शॉल और परमात्मा का स्मृति चिंह्न भेंटकर सम्मान किया। इस दौरान सीएम ने दादी की कुशलक्षेम पूछी और आशीर्वाद लिया। इसके पश्चात वह संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी हृदयमोहिनी की स्मृति में बने अव्यक्त लोक में पहुंचे, जहां श्रद्धासुमन अर्पित किए।

मुख्यमंत्री का हाथ जोड़कर अभिवादन करते हुए संस्था के कार्यकारी सचिव।
मुख्यमंत्री को पगड़ी पहनाकर स्वागत करते हुए संस्था के कार्यकारी सचिव।
सभा को सम्बोधित करते हुए बीके भारत भूषण भाई।
मनोहर लाल खट्टर को परमात्मा का स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित करते हुए संस्था की मुख्य प्रशासिका दादी रतनमोहिनी।

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