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प्रधानमंत्री ने किया ‘आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर’ अभियान का उदघाटन

हाइलाइट्स : –

  • पीएम बोले : ब्रह्माकुमारीज के प्रयास देश को एक नई ऊर्जा और शक्ति देंगे

  • जब संकल्प के साथ साधना जुड़ जाती है, जब मानवमात्र के साथ हमारा ममभाव जुड़ जाता है

  • त्याग और कर्त्तव्य भाव से करोड़ों देशवासी आज स्वर्णिम भारत की नींव रख रहे हैं

  • आज देश लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के साथ आजादी की लड़ाई में नारी शक्ति के इस योगदान को याद कर रहा है

  • हमारे संकल्पों के जरिए एक नए कालखंड का जन्म होने वाला है

  • अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन, आबू रोड से एक साथ सात देशव्यापी अभियानों को पीएम ने दिखाई हरी झंडी

  • अमृत महोत्सव के तहत ब्रह्माकुमारीज के आयोजनों से दुनिया को नया रास्ता मिलेगा

  • राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र, सीएम अशोक गहलोत, गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल, केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी  ने किया ऑनलाइन सम्बोधित

  • ग्रेमी अवार्ड से सम्मानित एक्टर रिक्की केज की ओर से अमृत महोत्सव थीम पर बनाया गया वीडियो एलबम भी रिलीज किया गया

नवयुग टाइम्स, संवादाता, राजस्थान 20 जनवरी 2022

आबू रोड, राजस्थान। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को ब्रह्माकुमारीज संस्था के आबू रोड स्थित शांतिवन परिसर में आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर अभियान का विडियो कॉन्फ्रेसिंग के द्वारा शुभारंभ किया। इसके साथ ही उन्होंने ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा साल भर चलने वाले सात अभियानों को भी हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इस दौरान अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान के प्रयासों से देश को एक नई ऊर्जा और शक्ति मिलेगी। त्याग और कर्त्तव्य भाव से करोड़ों देशवासी आज स्वर्णिम भारत की नींव रख रहे हैं। राष्ट्र की प्रगति से ही हमारी प्रगति है। यही भाव एक ताकत बन रहा है। सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास देश का मूलमंत्र बन रहा है। हम ऐसी व्यवस्था बना रहे है जिसमें भेदभाव की जगह ना हो। ब्रह्माकुमारीज संस्थान का प्रभाव पूरे विश्व में है। मुझे उम्मीद है आने वाले समय में इस अभियान में एक नयी ऊर्जा का संचार होगा।

  • हमारे संकल्पों से एक नए कालखंड का जन्म होने वाला है

उन्होंने आगे कहा कि इस अभियान में स्वर्णिम भारत के लिए भावना भी है और साधना भी है। इसमें देश के लिए प्रेरणा भी है और ब्रह्माकुमारियों के प्रयास भी हैं। मैं देश के संकल्पों के साथ, देश के सपनों के साथ निरंतर जुड़े रहने के लिए ब्रह्माकुमारी परिवार का बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं। जब संकल्प के साथ साधना जुड़ जाती है, जब मानवमात्र के साथ हमारा ममभाव जुड़ जाता है, अपनी व्यक्तिगत उपलब्धियों के लिए इदं न मम् का भाव जागने लगता है तो समझिए हमारे संकल्पों के जरिए एक नए कालखंड का जन्म होने वाला है। एक नया सवेरा होने वाला है। सेवा और त्याग का यही अनुभव आज अमृत महोत्सव में नए भारत के लिए उमड़ रहा है।

  • तनाव को दूर करने का सहज साधन है ओम शांति का महामंत्र : सीएम गहलोत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मैं बचपन से ही यहां आता रहा हूं। यहां दादियों ने मुझे मूलमंत्र दिया है कि जब भी तनाव हो तो तीन बार ओम शांति बोलना। ओम शांति एक ऐसा मंत्र है जिसके उच्चारण से ही तनाव दूर हो जाता है। उन्होंने दादियों के साथ के अनुभव को साझा करते हुए ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए अमृत महोत्सव के तहत होने वाले कार्यक्रमों को जनमानस के लिए महत्वपूर्ण बताया। संस्था आने वाली पीढ़ी को अच्छे संस्कार देने का कार्य कर रही है।

  • आजादी के अमृत महोत्सव से जन-जन को लाभ मिलेगा : भूपेन्द्र पटेल

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज अच्छा काम कर रही है। आजादी के अमृत महोत्सव से जन-जन को लाभ मिलेगा। इस अभियान से समाज में अच्छा संदेश जाएगा, इसलिए ब्रह्माकुमारीज को बधाई देता हूं।

  • आधुनिक भारत की छवि दिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा : ओम बिरला

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था पिछले आठ दशक से व्यक्तित्व निर्माण का कार्य कर रही है। आपने राजयोग से समस्त मानवता को साधना और अध्यात्म का मार्ग बताया है। यह अभियान स्वर्णिम भारत की झलक और आधुनिक भारत की छवि दिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यहां की आध्यात्मिक जीवनशैली समाज को नई दिशा दिखा रही है।

  • अमृत महोत्सव से दुनिया को नया रास्ता मिलेगा : पर्यटन मंत्री

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जे किशन रेड्डी ने कहा कि अमृत महोत्सव के तहत ब्रह्माकुमारीज के आयोजनों से दुनिया को नया रास्ता मिलेगा। इसके तहत संस्थान का 15 हजार कार्यक्रमों के जरिए 10 करोड़ लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है।

ब्रह्माकुमारी संस्था से प्रधानमंत्री के तीन बड़े आवाह्न –

  1. नागरिकों में कर्तव्य भावना का विकास करें…

उन्होंने आग्रह किया कि ब्रह्माकुमारीज जैसी संस्थाएं आने वाले 25 वर्ष के लिए एक मंत्र बना लें कि भारत के जन-जन को कर्तव्य के लिए जागरूक करके बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं। आप सभी अपनी शक्ति और समय, जन-जन में कर्तव्य बोध जागृत करने में जरूर लगाएं। जिस भावना के साथ आप अपनी संस्था में काम करते हैं उस कर्तव्य भावना का विस्तार समाज, देश में हो, लोगों में हो ये आजादी के अमृत महोत्सव का आप लोगों को देश का उत्तम उपहार होगा।

  1. भारत की सच्चाई को दूसरे देशों के लोगों तक पहुंचाएं…

प्रधानमंत्री ने ब्रह्माकुमारी बहनों से आवाह्न किया कि हमारा दायित्व है कि दुनिया भारत को सही रूप में जाने। भारत के बारे में जो अफवाहें फैलाई जा रही हैं, उनकी सच्चाई वहां के लोगों को बताएं, जागरूक करें, ये हम सबका कर्तव्य है। भारत की आध्यात्मिक सत्ता आप सभी ब्रह्माकुमारी बहनें इसी परिपक्वता के साथ निभाएं।

     3. आत्म निर्भर भारत को दें गति…

उन्होंने आवाह्न किया कि सभी आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी गति दे सकते हैं। वोकल फॉर लोकल। स्थानीय उत्पादों को गति देकर इस अभियान में बहुत बड़ी मदद हो सकती है।

  • प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा युगों-युगों का इतिहास इस बात का साक्षी है…

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा युगों-युगों का इतिहास इस बात का साक्षी है दुनिया जब अंधकार के दौर में थी, महिलाओं को लेकर पुरानी सोच में जकड़ी थी तब भारत मातृ शक्ति की पूजा देवी के रूप में करती थी। हमारे यहां गार्गी, मैत्री, अनुसुईया, अरुंधति और मदालसा जैसी विदूषियां समाज को ज्ञान देती थीं। कठिनाइयों से भरे मध्यकाल में भी इस देश में पन्नाधाय और मीराबाई जैसी महान नारियां हुईं। स्वतंत्रता संग्राम में कितनी ही महिलाओं ने अपना बलिदान दिया। कित्तूर की रानी चेनम्मा, मतंगिनी हाजरा, रानी लक्ष्मीबाई, वीरांगना झलकारी बाई से लेकर सामाजिक क्षेत्र में अहिल्या बाई होलकर, सावित्रीबाई फुले इन देवियों ने भारत की पहचान बनाए रखी है। आज देश लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के साथ आजादी की लड़ाई में नारी शक्ति के इस योगदान को याद कर रहा है।

  • अगले 25 साल त्याग-तप-तपस्या के वर्ष…

अगले 25 साल परिश्रम की पराकाष्ठा, त्याग-तप-तपस्या के वर्ष हैं। सैकड़ों वर्षों की गुलामी में हमारे समाज ने जो गंवाया। ये 25 वर्ष का कालखंड उसे दोबारा प्राप्त करने का है। इसलिए आजादी के इस अमृत महोत्सव में हमारा ध्यान भविष्य पर ही केंद्रित होना चाहिए। हमारा समाज ऐसा समाज है जिसमें नित पुरातन और नूतन व्यवस्था है। समय के साथ कुछ बुराइयों व्यक्ति और समाज में भी प्रवेश कर जाती हैं।

  • ब्रह्माकुमारीज गांवों के लिए प्रेरणा बन सकती है…

प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था अध्यात्म के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि जैसे कई क्षेत्रों में कई बड़े-बड़े काम कर रहे हैं। अमृत महोत्सव के लिए आपने कई लक्ष्य निर्धारित किए हैं। संस्था के प्रयास देश को एक नई ऊर्जा और शक्ति देंगे। खान-पान की शुद्धता को लेकर हमारी बहनें समाज को लगातार जागरूक करती रहीं हैं। ब्रह्माकुमारी प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा बन सकती है। ब्रह्माकुमारी ने तो सोलर पॉवर के क्षेत्र में एक उदाहरण रखा है। कितने ही समय से यहां की रसोई में सोलर पॉवर से खाना बनाया जाता है। सोलर पॉवर का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा लोग करें इसमें भी आपका बहुत बड़ा सहयोग हो सकता है।

  • यह भी बोले प्रधानमंत्री –

  • राजयोगिनी दादी जानकी और राजयोगिनी दादी हृदयमोहिनी को याद करते हुए कहा कि वह भले शरीरिक रूप से हमारे बीच उपस्थित नहीं हैं। मुझसे उनका बहुत स्नेह था। आज के कार्यक्रम में मैं उनका स्नेह महसूस कर रहा हूं।
  • भारत की सबसे बड़ी ताकत ये है कैसा भी समय आए, कितना भी अंधेरा छाए, भारत अपने मूल स्वभाव को बनाए रखता है।
  • जो लोग जागृत रहते हुए बुराइयों को जान लेते हैं, वह इनसे बचने में सफल हो जाते हैं। ऐसे लोग अपने जीवन में हर लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।
  • समाज सुधार के प्रारंभिक वर्षों में ऐसे लोगों को विरोध का भी सामना करना पड़ता है। कई बार तिरस्कार भी सहना पड़ता है। लेकिन ऐसे सिद्ध लोग समाज सुधार के काम से पीछे नहीं हटते, वह अडिग रहते हैं। समय के साथ समाज उन्हें मान-सम्मान देता है, उन्हें मानता है और उनकी सीखो को आत्मसात भी करता है।
  • वर्तमान समय सोते हुए सपने देखने का नहीं, बल्कि जागृत होकर अपने संकल्पों को पूरे करने का है।

अभियान का इन्होंने किया संचालन

आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम दुनिया की ओर प्रोजेक्ट का प्रधानमंत्री के द्वारा उद्घाटन करने के पश्चात वर्ष भर चलने वाले सात प्रोजेक्ट का भी उद्घाटन किया गया। जिसका कुशल संचालन बीके रामसुख मिश्रा अनाज विभाग, बीके मोहन भाई ट्रांसपोर्ट, बीके सचिन भाई गॉडली गिफ्ट, बीके भानु भाई रोटी डिपार्टमेंट के द्वारा किया गया।

इन सात अभियानों का प्रधानमंत्री ने किया शुभारंभ-

  1. वैक्सीनेसन अभियान : गांव-गांव में लोगों के लिए वैक्सीन लगाने और जागरूक करने।

  2. आत्मनिर्भर किसान : किसानों को यौगिक-जैविक खेती के प्रति जागरूक करने।

  3. महिलाएं: नए भारत की ध्वजवाहक अभियान

  4. ‘अनदेखा भारत’ साइकिल रैली

  5. सड़क सुरक्षा के लिए देशभर में 150 बाइक रैली- एक बाइक रैली में 75 बाइक शामिल होंगी। सभी रैलियों को मिलाकर 25 हजार किमी की दूरी तय की जाएगी।

  6. आबू रोड से दिल्ली जाने वाली ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ मोटरसाइकिल रैली रवाना

  7. युवाओं को सशक्त बनाने के लिए ‘बस यात्रा’ और ‘स्वच्छ भारत अभियान’

  • इन्होंने भी व्यक्त किए विचार-

कार्यक्रम में संस्थान की न्यूयार्क से जुड़ी अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका बीके मोहिनी बहन ने कहा कि सभी को मिलकर प्रयास करना होंगे तभी समाज में शांति और सद्भावना आएगी। इस दौरान महासचिव बीके निर्वैर, अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन, संयुक्त मुख्य प्रशासिका बीके मुन्नी बहन, सूचना निदेशक बीके करुणा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय ने स्वागत भाषण दिया। संचालन एजुकेशन विंग की मुख्यालय समन्वयक बीके शिविका बहन ने किया।

अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संस्था के महासचिव ब्रह्माकुमार निर्वैर भाई।
अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संस्था के अतिरिक्त महासचिव ब्रह्माकुमार बृजमोहन भाई।
अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संस्था के कार्यकारी सचिव ब्रह्माकुमार मृत्युंजय भाई।
  • ये भी जुड़े ऑनलाइन

कार्यक्रम में ऑनलाइन ऑनलाइन राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा, राजस्थान के तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, पहलवान रितु फोगाट, निर्देशक सुभाष घई सहित विदेशों से भी कई जानी-मानी हस्तियां शामिल हुईं। इस दौरान ग्रेमी अवार्ड से सम्मानित एक्टर रिक्की केज की ओर से अमृत महोत्सव थीम पर बनाया गया वीडियो एलबम भी रिलीज किया गया।

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